वॉयस ऑफ ए टू जेड न्यूज:-बैंक में हुए इस घोटाले की जानकारी 21 अप्रैल को को सामने आई। बाद में मामले में बैंक स्तर से जांच शुरू हुई तो बैंक मैनेजर अमरीजत व उसका सहयोगी कथित बैंक मित्र सौरभ गुप्ता फरार हो गए। इस मामले में अमरजीत व हेड कैशियर नीरा रानी व सौरभ पर मुकदमे दर्ज हुए।
अलीगढ़ महानगर के नौरंगाबाद इलाके की सेंट्रल बैंक आफ इंडिया शाखा में हुए कई करोड़ के गबन मामले में रिमांड पर लिए गए कथित बैंक मित्र ने रकम मैनेजर के पास होने का दावा किया है। उसने पुलिस पूछताछ में साफ साफ कहा है कि वह उसका सहयोगी जरूर था, मगर रुपया मैनेजर के पास है। उसने अपनी फरारी भी घड़ी, अंगूठी व मोबाइल बेचकर काटी है। हालांकि पुलिस उसकी इस बात से सहमत नहीं है। अभी पूछताछ का दौर जारी है।
बैंक में हुए इस घोटाले की जानकारी 21 अप्रैल को को सामने आई। बाद में मामले में बैंक स्तर से जांच शुरू हुई तो बैंक मैनेजर अमरीजत व उसका सहयोगी कथित बैंक मित्र सौरभ गुप्ता फरार हो गए। इस मामले में अमरजीत व हेड कैशियर नीरा रानी व सौरभ पर मुकदमे दर्ज हुए। मामले में कुल 14 मुकदमे पंजीकृत हैं। इसी दौरान पुलिस दबाव में पिछले सप्ताह सौरभ ने कोर्ट में समर्पण कर लिया। अब विवेचना के क्रम में पुलिस ने सौरभ को दो दिन के रिमांड पर लिया है।
मंगलवार सुबह दस बजे से उसका रिमांड शुरू हुआ। पुलिस टीमों ने सवालों की फेहरिस्त बनाकर उससे पहले दौर की पूछताछ शुरू की। जिसमें उसने बताया कि वह यहां से हरिद्वारा, प्रयागराज, बरेली और दिल्ली में फरारी काटने के लिए रहा। उसके पास तो इतना भी रुपया नहीं था कि फरारी काट सके। इसलिए अपनी घड़ी, मोबाइल व अंगूठी तक बेची। परिवार पर पुलिस के दबाव के चलते उसने कोर्ट में सरेंडर किया। रहा सवाल रुपयों का तो पूरा रुपया अमरजीत के पास है। वही बता सकता है कि रुपया कहां है।
हालांकि पुलिस को इनपुट मिल रहा है कि यह रकम बिटक्वाइन में लगाई गई है। अभी इसके साक्ष्य नहीं मिले हैं। वहीं सौरभ से अभी पूछताछ जारी है। एसपी सिटी कुलदीप सिंह गुणावत यही कहते हैं कि पूछताछ पूरी होने के बाद ही किसी नतीजे पर पहुंचा जाएगा और बताया जाएगा।